कैलाश मानसरोवर की जगह कुमाऊं से शुरू हुई आदि कैलाश यात्रा, पहले जत्थे में 15 पुरुष और 15 महिलाएं

कैलाश मानसरोवर की जगह कुमाऊं से शुरू हुई आदि कैलाश यात्रा, पहले जत्थे में 15 पुरुष और 15 महिलाएं



नैनीताल. चारधाम यात्रा के बाद अब कुमाऊं में आदि कैलाश यात्रा शुरू हो गई है. चीन में कोविड के चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू नहीं होने के बाद केएमवीएन ने ओम पर्वत और आदि कैलाश यात्रा शुरू की है. भीमताल से 30 लोगों का पहला जत्था छोटा कैलाश के लिए भेजा गया है. इस दल में 15 महिलाएं और 15 पुरुष हैं. यात्रा कैंची धाम, अल्मोड़ा गोल्ज्यू व जागेश्वर धाम में भी जाएगी. इस दौरान आदि कैलाश ओम पर्वत, पार्वती सरोवर शिव मंदिर वेद व्यास गुफा, पाताल भुवनेश्वर होते हुए 8 दिन में वापस लौटेंगे.

कोरोना के बाद शुरू हुई यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है और यात्री बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए खासा उत्साहित हैं. आपको बतादें की कोरोना के चलते अब भी कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू नहीं हो सकी है, लेकिन आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा भारत में होने के चलते शुरू कर दी गई है.

दो साल बाद यात्रा शुरू होने से खुश हैं तीर्थयात्री

इस दौरान आदि कैलाश यात्रा पर निकले रघुवीर मेहर ने कहा कि दो साल से घर पर थे और अब ओम पर्वत और आदि कैलाश जाने का मौका मिला है. इसको लेकर वो खासा उत्साहित हैं. वहीं आशा गुलाठी कहती हैं कि उनको जाना तो मानसरोवर यात्रा पर था, लेकिन चीन में हालात ठीक नहीं होने के चलते वो अपने देश की आदि कैलाश यात्रा पर जा रही हैं और खुश हैं.

अभी तक 700 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन

पहले दल में सबसे छोटे 17 साल के यात्री जय दत्त शास्त्री कहते हैं कि मां पिताजी की प्रेरणा से यात्रा पर जा रहे हैं. पूरी ऊर्जा के साथ भगवान शिव के दर्शन करने निकले हैं. भगवान का आर्शीवाद जरूर मिलेगा. कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी विनीत तोमर ने कहा कि यात्रा 2 साल बाद भी कैलाश मानसरोवर यात्रा नहीं होने पर उन्होंने इस आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू की है. जिसका फायदा देश को मिलेगा. इसमें अभी तक 700 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन किया है. तो जून महीने में कुल 17 दलों को यात्रा कराई जाएगी.